
क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग भी कुछ कुछ इक्विटी और स्टॉक मार्केट की ट्रेडिंग जैसे हो काम करती है । यहा पर निवेश करने वाले निवेशक कुछ पेरा मीटर्स को ध्यान मे रखते हुए ट्रेडिंग का अनुमान लगते है कि आज मार्केट कैसा रहेगा। इनमे अनुमान लगाने का एक पेरामीटर होता है।
पिवट पॉइंट्स इनवेस्टमेंट मार्केट मे पिछले ट्रेडिंग मे सबसे ऊंचे स्तर , निचले स्तर और क्लोजिंग प्राइस के आधार पर इन पिवट पॉइंट्स की गणना की जाती है। अगर आप इन पिवट पॉइंट्स के बारे मे नहीं जानते है तो इस लेख को पूरा पढे इस इस लेख मे हम आपको पिवट पॉइंट्स के बारे मे विस्तार से समझाने वाले है कि पिवट पॉइंट्स क्या होते है। Cryptocurrency pivot points Kya Hai ट्रेडिंग मे इनका इस्तेमाल कैसे किया जाता है। इनकी मदद से आप क्रिप्टो मार्केट का अनुमान किस प्रकार लगा सकते है।
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट भी स्टॉक मार्केट और इक्विटी ट्रेडिंग की तरह ही काम करता है दोनों मे ही निवेशको को अनुमान के साथ जोखिम लेना होता है। यही कारण है कि दोनों मार्केट मे निवेश करने से पहले सही निवेशक कुछ पेरा मीटर्स को ध्यान मे रखते हुए मार्केट का अनुमान लगते है।
इन मार्केट मे अनुमान लगाने का एक पेरामीटर है पिवट पॉइंट्स (pivot points). इनके माध्यम से निवेशक अनुमान लगाते है कि अब उनका अगला कदम क्या होना चाहिए। ताकि उन्हे घाटा न हो। अब आती है है कि ये पिवट पॉइंट्स (pivot points). क्या होते है।
पिवट पॉइंट्स क्या होते हैं? Cryptocurrency pivot points Kya Hai
पिवट पॉइंट्स का आधार तकनीक विश्लेषण है जिसके माध्यम से ही पिवट पॉइंट्स का पता लगाया जा सकता है। इसकी मदद से निवेशक पूरे ट्रेड मार्केट का पता लगा सकते है।
आसान भाषा मे कहा जाए तो पिछले ट्रेडिंग सेशन में सबसे ऊंचे स्तर, निचले स्तर और क्लोजिंग प्राइस का एवरेज औसत आंकड़ा होता है।
अगर अगले दिन का ट्रेडिंग मार्केट पिवट पॉइंट के ऊपर जाता है तो ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि मार्केट तेजी दिखा रहा है। लेकिन अगर मार्केट इस पिवट पॉइंट से नीचे दिखाता है तो ऐसा माना जाता है कि मार्केट मे गिरावट है।
ट्रेडिंग मार्केट के बारे मे अनुमान लगाने के लिए पिवट पॉइंट के अलावा भी दूसरे टेक्निकल टूल होते है। जिनके आधार पर अनुमान लगाया जाता है।
पिवट पॉइंट्स कितने तरह के होते हैं? Type of Pivot Points
पिवट पॉइंट पांच तरह के होते हैं.
- Five Point Standard Pivot Point
- Camarilla Pivot Point,
- Denmark Pivot Point,
- Fibonacci Pivot Point
- Woodies Pivot Point
फाइव-पॉइंट सिस्टम से पिवट पॉइंट्स कैसे कैलकुलेट करे।
पिवट पॉइंट से ट्रेडिंग अनुमान कैलकुलेट करने के कई तरीको मे सबसे खास फाइव-पॉइंट सिस्टम होता है। फाइव-पॉइंट सिस्टम की मदद से ट्रेडिंग मार्केट का अनुमान लगाने के लिए पिछले ट्रेडिंग सेशन के ऊंचे, सबसे निचले स्तर, और क्लोजिंग प्राइस के साथ दो सपोर्ट लेवल और दो रेजिस्टेंस के आधार पर गणना की जाती है।
पिवट पॉइंट की गणना कैसे करे
पिवट पॉइंट = (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर + पिछले सत्र का निचला स्तर + पिछला क्लोजिंग प्राइस) 3 से विभाजन (/)
सपोर्ट लेवल की गणना कैसे करे ( समीकरण के द्वारा )
Support 1 = ( Pivot Points X 2) − पिछले सत्र का ऊंचा स्तर
Support 2 = Pivot Points − (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर − पिछले सत्र का निचला स्तर)
रेजिस्टेंस लेवल की गणना करने का समीकरण
रेजिस्टेंस 1 = ( Pivot Points X 2) − पिछले सत्र का निचला स्तर
रेजिस्टेंस 2 = Pivot Points + (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर − पिछले सत्र का निचला स्तर)
पिवट पॉइंट्स में कमी क्या है?
कुछ ट्रेडिंग एक्सपर्ट्स के अनुसार पिवट पॉइंट्स केवल इंट्रा ट्रेडिंग अनुमान लगाने के लिए ही सही है। क्योंकि ये सीधी गणना पर आधारित है। यही कारण यह कि ये स्विंग ट्रेडिंग मे काम मे नहीं आते है। अगर किसी करेंसी मे ज्यादा उतार चढ़ाव होने लगता है तो पिवट पॉइंट्स का अनुमान व्यर्थ हो जाता है।
इसलिए एक्सपर्ट्स के द्वारा निवेशको की यही सलाह दी जाती है कि अगर मार्केट मे ज्यादा उतार चढ़ाव हो रहा है तो पिवट पॉइंट्स से अनुमान लगाकर निवेश न करे। इससे आपको भारी नुकसान हो सकता है।